ये कैसी इबादत ये कैसा खुदा
ये कैसा रिवाज ,जिसने बर्बरता को जन्म दिया
खून मै नहाया ,कैसे उसकी रूह को सुकूं मिला
ये कैसा रिवाज ,जिसने बर्बरता को जन्म दिया
खून मै नहाया ,कैसे उसकी रूह को सुकूं मिला
जिन्दगी की भीख मांगती मासूम चीखे !
रोती बिल्खती वो पथरायी आँखें
जिस हैवनियत से उतार दिया उनको मौत के घाट
क्या कर सकते है वो खुदा के नेक बन्दे किसी एक को भी जिंदा?
bejubano ka dard nahi samjha jata yahan....
जवाब देंहटाएंsahi likha hai aapne....
jaio hind jai bharat